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चंडीगढ़। होली नजदीक आते ही बाजार में रौनक दिखने लगी है। इस बार होली पर बच्चों के लिए बाजार में खास पिचकारी मौजूद है। कारोबारियों का कहना है कि त्योहार नजदीक आने के साथ बाजार में रौनक बढ़ती है। सबसे ज्यादा भीड़ आखिरी के तीन दिनों में होगी। जब शहर के सभी लोकल मार्केट होली के रंग में नजर आएंगे।
अनुमान है कि इस बार चंडीगढ़ और आस- पास के इलाकों को मिलाकर होली पर करीब 5 करोड़ रुपये का कारोबार होगा। ऑल चंडीगढ़ रिटेल करियाना एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि बाजार में तैयारियां शुरू हो गई है। हालांकि सही मायने में 10 मार्च के बाद रौनक नजर आने लगेगी। अभी होल सेल बाजार से काफी बड़ी संख्या में खुदरा कारोबारी माल खरीद रहे हैं।
80 ग्राम का पैकेट 55 रुपये में मिल रहा
80 ग्राम का हर्बल रंग एमआरपी 55 रुपये है। हालांकि इसमें कारोबारी छूट भी दे रहे हैं। राजेन्द्र कुमार जैन का कहना है कि अच्छे किस्म के गुलाल करीब एक हजार रुपये किलो तक बिक रहे हैं। वहीं साधारण रंग और गुलाल 20 रुपये किलो से भी शुरू है। लेकिन स्वास्थ्य को देखते हुए अब इसकी मांग साल दर साल कम हो रही है। बाजार में 6 पीस वाला आर्गेनिक रंग का पाउच 150 रुपये में भी मिल रहा है।
बच्चों के लिए खास पिचकारियां
होल सेल कारोबारी संजीव गर्ग ने बताया कि इस बार पिचकारी 20 से 800 रुपये तक की कीमत वाले हैं। इसमें बच्चों के लिए पीठ पर टांग कर रंग डालने वाली स्पेशल पिचकारी भी है। इसके अलावा सिलेंडर वाला गुलाल, इसके अलावा गुलाल में ही कलर स्काई शॉट है।
पटाखे की तरह यह आकाश में जाकर खूबसूरत रंगों में तब्दील हो जाएगा। इसकी कीमत करीब 1500 रुपये है। कंधे वाली पिचकारी की कीमत साइज के हिसाब से 150 से 800 रुपये तक है। नॉर्मल पिचकारी 20 रुपये से 200 रुपये तक वाली है। साथ ही फेस मास्क और नकली बालों वाले विग भी इस बार बाजार में है। यह साइज के हिसाब से 50 से 100 रुपये तक मिल रहे है।
चंडीगढ़ में करीब 40 होल सेल और छोटे – बड़े 500 से ज्यादा दुकानें ऐसी है जहां पर रंग, गुलाल, अबीर और होली के बाकी सामान मिलेंगे। कारोबारियों ने बताया कि कई लोग आखिरी के तीन दिन अपने दूसरे कारोबार बंद कर रंग और पिचकारी बेचने का काम करते हैं।