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धर्मशाला की डल झील को संवारने का काम शुरू हो गया है. पहले जेसीबी से सफाई संभव नहीं हुई, अब पोकलेन मशीन से गाद हटाई जा रही है. लीकेज रोकने के लिए काम तेज़ी से जारी है.

डल झील
हाइलाइट्स
- धर्मशाला की डल झील को संवारने का काम शुरू हो गया है.
- पहले जेसीबी से सफाई संभव नहीं हुई, अब पोकलेन मशीन से गाद हटाई जा रही है.
- लीकेज रोकने के लिए काम तेज़ी से जारी है.
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित प्रसिद्ध डल झील को फिर से संवारने का काम शुरू हो गया है. इसे ‘मिनी मणिमहेश’ भी कहा जाता है, लेकिन समय के साथ इसमें गाद भरने और लीकेज की समस्या आ गई थी. अब प्रशासन झील को पुर्नजीवित करने में जुट गया है.
पहले झील से गाद निकालने के लिए जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया गया, लेकिन गाद ज्यादा होने के कारण जेसीबी ही धंसने लगी. इसके बाद प्रशासन ने पोकलेन मशीन से सफाई शुरू की. अब प्रथम चरण में गाद हटाने का काम हो रहा है, ताकि झील में पानी लीकेज कहां से हो रहा है, इसका पता लगाया जा सके.
जल्द पूरा होगा काम
हालांकि, मौसम खराब बना हुआ है, लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से सफाई का काम सही तरीके से चल रहा है. प्रशासन का कहना है कि अगर अगले एक हफ्ते तक बारिश नहीं हुई तो झील के एक हिस्से से गाद निकालने का काम सिर्फ 3-4 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा.
इसके बाद मिट्टी को स्टेबलाइज किया जाएगा और फिर लीकेज को रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे. अभी तक इस काम के लिए बीडीओ कार्यालय को 5 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं, लेकिन 10 लाख रुपये और मांगे गए हैं, ताकि झील की मरम्मत पूरी की जा सके.
धर्मशाला BDO ने दी प्रतिक्रिया
बीडीओ अभिनीत कात्यायन ने बताया कि झील का निरीक्षण करने वाले लेकमैन के सुझावों और डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) के आधार पर ही काम किया जा रहा है. अभी तक झील के 10-15 मीटर हिस्से में सफाई हो चुकी है और अगर मौसम साफ रहा तो यह काम जल्दी पूरा कर लिया जाएगा.
स्थानीय लोगों में खुशी की लहर
डल झील की सफाई से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में भी खुशी की लहर है. झील को दोबारा खूबसूरत बनाने के लिए यह अभियान एक बड़ा कदम माना जा रहा है. अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि कब तक झील पूरी तरह से संवारा जाता है और दोबारा पानी से लबालब होती है.
Kangra,Himachal Pradesh
March 15, 2025, 14:34 IST
धर्मशाला की डल झील में बड़ा एक्शन! गाद सफाई और लीकेज रोकने का मिशन शुरू