हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र: इससे पहले सत्तापक्ष व विपक्ष ने बुलाई विधायक दल की मीटिंग; आक्रामक रुख रखने की बनेगी रणनीति
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हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र: इससे पहले सत्तापक्ष व विपक्ष ने बुलाई विधायक दल की मीटिंग; आक्रामक रुख रखने की बनेगी रणनीति


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शिमलाएक घंटा पहले

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हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र से पहले आज कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की मीटिंग होगी। इसमें सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों अपना आक्रामक रुख की रणनीति तैयार करेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सरकारी आवास ओक ओवर में कांग्रेस विधायकों की मीटिंग बुलाई है।

वहीं BJP विधायक दल की मीटिंग विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के दफ्तर में होगी। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायक चार सितंबर को मीटिंग में सुक्खू सरकार को घेरने की रणनीति बना चुके हैं। इसमें BJP विधायकों ने राहत राशि के आवंटन को लेकर सुक्खू सरकार को घेरने का निर्णय लिया था।

हिमाचल में आठ महीने से भर्तियां लटकी हुई है। इससे बेरोजगारों का नौकरी का इंतजार लंबा होता जा रहा है। इसे मसले को विपक्ष सदन में आक्रामक ढंग से उठाने का प्रयास करेगा। वहीं हमीरपुर के भोरंज में एक महिला के बाल काटने, मुंह पर कालिख पोथकर सरेआम गांव में घुमाने, मंडी यूनिवर्सिटी का दायरा घटाने के मुद्दे पर भी विपक्ष सदन में सुक्खू सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।

वित के कुप्रबंध पर BJP को घेरेगा सत्तापक्ष

वहीं सत्तापक्ष​​​​​​​ पूर्व जयराम सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन को लेकर इसी सत्र में श्वेत पत्र लाने जा रहा है। इसका ड्राफ्ट फाइनल कर दिया गया है। इसके जरिए सत्तापक्ष भाजपा पर हमलावर होने की कोशिश करेगा।

इसी तरह सुक्खू सरकार आपदा के दौरान लिए गए कुछ निर्णय के जरिए भारतीय जनता पार्टी को मुंहतोड़ जवाब देने की कोशिश करेगी। दरअसल, सुक्खू सरकार ने रिलिफ मैन्युअल से हटकर प्रभावितों को दो से चार गुणा ज्यादा राहत राशि प्रदान की है।

इसी तरह जिन लोगों के आशियानें उनसे छिन गए हैं। उन्हें मकान किराए पर लेने के लिए रेंट दिया जा रहा है और LPG सिलेंडर से लेकर पूरी राशन किट भी निशुल्क की जा रही है। सरकार द्वारा उठाए गए ऐसे कदमों के जरिए सत्तापक्ष भारतीय जनता पार्टी पर हावी होने की कोशिश करेगा।



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