शिमला8 घंटे पहले
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हिमाचल के सेब बागवान आज सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे। सेब बेल्ट में ब्लॉक स्तर पर SDM या तहसीलदार दफ्तर के बाहर बागवानों ने दिनभर धरना दिया। कई जगह कल दोपहर 12 बजे तक धरना जारी रहेगा।
इस दौरान बागवानों ने SDM के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को ज्ञापन सौंपे, जिसमें डेढ़ दर्जन से ज्यादा डिमांड सरकार के समक्ष उठाई गईं। यह प्रदर्शन ठियोग, शिमला, रामपुर, कुमारसैन, आनी, कोटखाई, रोहड़ू इत्यादि जगह पर किए गए।

रामपुर में महिलाओं सहित धरने पर बैठे बागवान।
बागवानों की ये हैं प्रमुख मांगें
सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य करने, मंडियों में बागवानों से धोखाधड़ी रोकने के लिए APMC, लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट व पैसेंजर एंड गुड्स टैक्स एक्ट को सख्ती से लागू करने तथा आढ़ती व सरकार के पास बागवानों की बकाया राशि का जल्द भुगतान करने की प्रमुख मांग है।

बागवान सेब की 24 किलो की पैकिंग की शर्त का भी विरोध कर रहे हैं। सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने बताया कि सेब की पैकिंग इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हिसाब से यानी 20 किलो प्रति पेटी होनी है। इसके लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया जाए। उन्होंने बताया कि आढ़तियों व लदानियों के दबाव में सरकार इसे अनिवार्य करने से बच रही है।
बागवानों की अन्य प्रमुख मांगें
सोहन ठाकुर ने बताया कि मंडियों में बागवानों का शोषण रोकने, सेब ढुलाई का भाड़ा किलो व दूरी के हिसाब से तय करने, सेब की पैकेजिंग सामग्री को GST से मुक्त करने, अमेरिका के सेब पर आयात 100% करने व इसे मुक्त व्यापार संधि से बाहर करने और MIS के तहत A ग्रेड का सेब 80 रुपए खरीदने, B ग्रेड सेब 60 रुपए और C ग्रेड का सेब 30 रुपए के हिसाब से खरीदा जाए।
उन्होंने बताया कि यदि उनकी मांगे जल्द नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।

CA स्टोर के लिए सहकारी समितियों को दिया जाए अनुदान
सेब उत्पादक संघ ने किसान सहकारी समितियों को CA स्टोर बनाने के लिए 90 प्रतिशत अनुदान देने, निजी कंपनियों के स्टोर में एग्रीमेंट के तहत 25% सेब बागवानों का रखने देने, विभिन्न कृषि उपकरणों पर सालों से लंबित सब्सिडी का जल्द भुगतान करने, ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा देने, APMC के टोल बैरियर पर अवैध वसूली रोकने तथा प्रति पेटी 2 किलो की काट पर रोक लगाने की मांग की।

ठियोग में SDM दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे बागवान।
खुला बाजार, खुला व्यापार की नीति लूट रही : सिंघा
ठियोग के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि खुला बाजार, खुला व्यापार की नीति से बागवानी आज घाटे का सौदा साबित हो रही है। इसे बचाने के लिए सरकार को प्रयास करने होंगे। ऐसा नहीं किया गया तो राज्य की GDP में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देने वाला कृषि क्षेत्र संकट में पड़ जाएगा।