- Hindi News
- Local
- Himachal
- Shimla
- Shimla: Prohibition On Honoring Guests With Shawls, Caps And Flower Bunch | Himachal Government Functions | Disaster | Chief Minister Sukhwinder Sukhu | Himachal Shimla Shimla
शिमला4 दिन पहले
- कॉपी लिंक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की फाइल फोटो।
हिमाचल सरकार ने सरकारी कार्यक्रमों में शॉल, टोपी, पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह से अतिथियों को सम्मानित करने पर रोक लगा दी है। आपदा को देखते हुए यह निर्णय रस्म अदायगी पर होने वाली फिजूलखर्ची को रोकने के मकसद से लिया गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद अब प्रदेश में 31 अक्टूबर तक किसी भी सरकारी कार्यक्रम में अतिथियों और उनके साथ आने वाले अन्य गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित करने पर इस तरह की फिजूलखर्ची नहीं की जा सकेगी। कई बार बड़े सरकारी कार्यक्रमों में 40 से 50 हजार रुपए अतिथियों के मान-सम्मान में लग जाते हैं। इससे सरकारी खजाने पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ता है।
प्रदेश की आर्थिक स्थिति पहली ही अच्छी नहीं थी। अब आपदा ने 8600 करोड़ रुपए से ज्यादा के जख्म दिए हैं।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू (फाइल फोटो)
गार्ड ऑफ ऑनर पर भी रोक लगा चुके CM
CM सुक्खू इससे पहले भी प्रदेश में गार्ड ऑफ ऑनर पर रोक लगा चुके हैं। CM के आदेशानुसार, 15 सितंबर तक क्षेत्र के दौरे के दौरान अति विशिष्ट व्यक्तियों को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाएगा, ताकि पुलिस के जो जवान गार्ड ऑफ ऑनर में ड्यूटी देंगे, उन्हें आपदा के कारण उत्पन्न स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य कर सकें।
यही नहीं मुख्यमंत्री अपनी सिक्योरिटी को भी कम कर चुके हैं।