शिमला4 दिन पहले
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हिमाचल प्रदेश के बागवानों के दबाव में अदाणी ग्रुप ने प्रीमियम सेब के दाम 10 रुपए प्रति किलो बढ़ा दिए हैं। अदाणी इसे रिकॉर्ड दाम बता रहा है। मगर बागवान अभी भी इससे खुश नहीं है, क्योंकि ओपन मार्केट में प्रीमियम क्वालिटी अभी भी 130 से 140 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।
दरअसल, अदाणी ग्रुप ने एक सप्ताह पहले 20 से 95 रुपए सेब के दाम तय किए थे। इस पर बागवान भड़क गए थे और अधिकांश लोग अदाणी को सेब नहीं दे रहे थे। सोशल मीडिया पर बागवान अदाणी के बॉयकॉट की बात कर रहे थे। इसके बाद अदाणी ने अगले एक सप्ताह के लिए 25 से 105 रुपए भाव तय किया है।


डी-रूट कंपनी 135 रुपए दे रही तो अदाणी ने 105 का रेट क्यों दिया: रोच
कोटगढ़ हॉर्टिकल्चर एंड एनवायरनमेंट सोसायटी के अध्यक्ष एवं बागवानी के स्तंभ कहे जाने वाले हरि चंद ने इस बढ़ोतरी को ऊंट के मुंह में जीरा बताया। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु की डी-रूट कंपनी 130 से 135 रुपए प्रति किलो सेब खरीद रही है। इसी तरह रिलायंस भी 115 रुपए के हिसाब से सेब खरीद रहा है।
उन्होंने कहा कि बीते साल तक वह अपना अधिकांश सेब अदाणी समूह को देते आए हैं। मगर इस बार अदाणी को बिल्कुल भी सेब नहीं देगे।

अदाणी पर कार्रवाई करे सरकार: चौहान
संयुक्त किसान मंच के सह-संयोजक संजय चौहान ने कहा कि बागवानों का संघर्ष अभी जारी रहेगा। अदाणी ने सेब के दाम में जो बढ़ोतरी की है, वह छलावा है। उन्होंने बताया कि ओपन मार्केट में सेब 140 से 145 रुपए किलो के हिसाब से बिक रहा है, जबकि अदाणी ने 105 रुपए का रेट ओपन किया है। यह मार्केट को गिराने की साजिश है।
संयुक्त किसान मंच सरकार से मांग करता है कि सरकार अदानी के प्रबंधन को बुलाकर सेब के भाव ओपन मार्केट के हिसाब से तय करे।
हिमाचल में अदानी के तीन स्टोर
हिमाचल में अदाणी समूह पिछले 14-15 साल से सेब की खरीद कर रहा है। अदाणी के ठियोग के सैंज, रामपुर के बिथल और रोहड़ू में तीन जगह CA स्टोर हैं। सीजन के दौरान बागवानों से सेब खरीदकर इनमें स्टोर किए जाते हैं और यही सेब अदाणी समूह ऑफ सीजन यानी जनवरी से मई महीने तक देशभर के बाजारों में बेचता है।