शिमला4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
शिमला के रिज पर बारिश में लोग (फाइल फोटो)
हिमाचल प्रदेश में पिछले सात दिनों के दौरान नॉर्मल से 81 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इससे खासकर शिमला, मंडी और कांगड़ा जिले में तबाही हुई है। इस बीच मौसम विभाग केंद्र शिमला ने भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
IMD के अनुसार, 21 से 23 अगस्त तक चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, सोलन और सिरमौर जिले में भारी बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इस दौरान लोगों को उफनते हुए नदी-नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी दी गई है।
इन जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा
भारी बारिश के कारण शिमला, मंडी, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू, सिरमौर, सोलन, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में जलभराव या बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। शिमला, मंडी और सिरमौर के पहाड़ी क्षेत्रों में लैंडस्लाइड व पेड़ गिरने का खतरा बना रहेगा।
प्रदेश में 12 से 18 अगस्त तक 63.9 मिलीमीटर औसत बारिश होती है। मगर, इस बार नॉर्मल से 115.6 प्रतिशत ज्यादा बरसात की वजह से हर और तबाही देखने को मिली है। इससे राज्य में 12 हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए, जबकि 330 लोगों की जान चली गई है।
10 हजार करोड़ की संपत्ति तबाह: CM
CM सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़, फ्लैश फ्लड व जमीन धंसने से 10 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक का नुकसान आंका गया है। इससे किसानों-बागवानों की नकदी फसले तबाह हुई है।
895 सड़कें बंद होने से लोग परेशान
प्रदेशभर में बीते दिनों की भारी बारिश से 895 सड़कें बंद पड़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्गों को मिलाकर बंद सड़कों की संख्या लगभग दोगुना होगी। इससे 1600 से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं प्रभावित हुई है।