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शिमला11 मिनट पहले
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हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने पांच साल में सात मुख्य सचिव बदलकर नया रिकॉर्ड बनाया है। अब वह अफसरों के लिए वर्क कल्चर पर सवाल उठा रहे हैं। दरअसल, पिछले कल जयराम ठाकुर ने PWD मंत्री पर अफसरों को डराने के आरोप लगाए थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने भी जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए अपनी पूर्व सरकार के कार्यकाल में झांकने की नसीहत दी है। वहीं विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी सरकार ने अपनी पांच वर्ष की अवधि में सात मुख्य सचिव बदले हैं। इसलिए आरोप लगाने से पहले नेता विपक्ष को प्रदेश की जनता को स्पष्ट करना चाहिए कि ऐसी नौबत क्यों आई। बार-बार अधिकारियों को बदलने के पीछे क्या वजह रही।

जयराम द्वारा लगाए DC-SP के साथ आगे बढ़ रही सरकार: मंत्री
PWD मंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार में अफसरों की हालत आया राम, गया राम जैसी की हो गई थी। सिर्फ मुख्य सचिव ही नहीं बहुत से अधिकारियों को पूर्व सरकार में प्रताड़ना का शिकार बनाया गया। वर्तमान सरकार ने अधिकारियों को सिक्योरिटी ऑफ टेन्योर दिया है। सत्ता में आने के बाद प्रदेश सरकार ने न तो जिलों में DC-SP और न ही अन्य महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारियों को हटाया। अधिकांश जिलों में वहीं DC-SP काम कर रहे हैं, जिन्हें पूर्व सरकार ने तैनात किया था।
बदला-बदली पर विश्वास नहीं करती सुक्खू सरकार: विक्रमादित्य
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सब जानते हैं कि नई सरकार बनते ही सबसे पहले अफसरों को बदला जाता था, लेकिन वर्तमान सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन करते हुए ऐसा कुछ नहीं किया। मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार बदला-बदली में विश्वास नहीं रखती और जानती है कि अधिकारी कर्मचारी प्रदेश की विकास गाथा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए सभी अधिकारियों को काम करने के लिए उपयुक्त वातावरण दिया जा रहा है, ताकि वे बिना किसी डर के बेहतर ढंग से हिमाचल प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे सकें।

केंद्र से वापस हिमाचल लौट रहे अधिकारी
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज अधिकारी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौट रहे हैं। पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल कर राज्य सरकार ने अधिकारियों और कर्मचारियों को वृद्धावस्था में सम्मान के साथ जीने का हक वापस दिलाया है। उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष केवल मात्र अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए मनगढ़न्त बयानबाजी कर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास कर रहे हैं।