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शिमला2 घंटे पहले
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हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बीते 24 घंटे से हैवी रेनफॉल जारी है। जगह-जगह लैंड स्लाइड से 160 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई है। कई घरों, दुकानों व गौशालाओं को भी इससे नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने आज भी सात जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट और तीन जिलों को ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने प्रदेशवासियों और पर्यटकों से सावधानी बरतने और उफनते हुए नदी-नालों के समीप नहीं जाने की सलाह दी है। इसी तरह लैंड स्लाइड संभावित और ऊंचे क्षेत्रों की यात्रा से भी बचने की एडवाइजरी जारी की गई है।

इन जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, चंबा और कुल्लू जिले में आज अत्यधिक बारिश (एक्सट्रिमली हेवी रेन) का रेड अलर्ट तथा सोलन, शिमला और सिरमौर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
जाने कब दिया जाता है रेड अलर्ट
रेड अलर्ट तब दिया जाता है, जब 24 घंटे के भीतर 204.5 मिलीमीटर या इससे ज्यादा बारिश होने की संभावना है। आमतौर पर इर तरह के अलर्ट में बादल फटने जैसी घटनाओं की संभावना बनी रहती हैं।
वहीं ऑरेंज अलर्ट 115.6 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर के बीच बारिश होने की सूरत में दिया जाता है। 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर के बीच बारिश के पूर्वानुमान पर येलो अलर्ट दिया जाता है। तेज बारिश के बाद आज नदी-नालों में अचानक जल स्तर बढ़ सकता है।

बीते 24 घंटे के दौरान यहां हुई तबाही
- लाहौल के जुंडा नाला और तेलिंग नाला में बाढ़ के बाद मनाली-लेह सड़क बंद
- कुल्लू के राहनीनाला में लैंड स्लाइड के बाद रोहतांग सड़क भी बंद
- हैरिटेज रेलवे ट्रेक पर शिमला से कालका जा रही मोटर रेल कार कोटी के समीप डिरेल हो गई। गनीमत यह रही कि इससे किसी को चोट नहीं आई। रेल कार में 14 यात्री सवार थे।
- शिमला के ढिंगू मंदिर को जोड़ने वाली सड़क पर भारी लैंड स्लाइड
- ऊना रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर रेलवे ट्रेक की विद्युत लाइन पर पेड़ गिरा।
कई लोगों से छिना उनका आशियाना
प्रदेश में 24 जून से अब तक 365 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है। इससे कई लोगों से उनका आशियाना हमेशा हमेशा के लिए छिन गया है, जबकि कई घरों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है और 80 घायल हुए हैं। 44 की मौत सड़क दुर्घटनाओं और ढांक से गिरने से हुई है, जबकि एक की मौत फ्लैश-फ्लड की चपेट में आने से हुई है।