हिमाचल में अदाणी ने सेब के रेट किए ओपन: बाजार भाव से 50 रुपए प्रति किलो कम; भड़के बागवान, बोले- ये मार्केट गिराने की साजिश
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हिमाचल में अदाणी ने सेब के रेट किए ओपन: बाजार भाव से 50 रुपए प्रति किलो कम; भड़के बागवान, बोले- ये मार्केट गिराने की साजिश


शिमला8 घंटे पहले

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हिमाचल प्रदेश में अदाणी ग्रुप ने सेब के रेट ओपन कर दिए हैं। मगर यह ओपन मार्केट की तुलना में 50 रुपए तक प्रति किलो कम हैं। इससे बागवान भड़क गए हैं और अदानी समूह पर सेब मार्केट क्रैश करने के आरोप लगा रहे हैं।

दरअसल, अदाणी ने इस बार 20 रुपए से लेकर 95 रुपए तक प्रति किलो के रेट ओपन किए हैं, जबकि ओपन मार्केट में प्रीमियम क्वालिटी का सेब अधिकतम 150 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। ऐसे में अदाणी द्वारा कम रेट ओपन करने से सेब के बाजार भाव गिरेंगे। बीते सालों के दौरान भी इसे लेकर बागवान सड़कों पर लंबी लड़ाई लड़ चुके हैं और अदानी के रेट ओपन करते ही चार-पांच सालों से सेब के गिरे धड़ाम हुए हैं।

अदानी समूह द्वारा ओपन किए गए सेब के रेट

अदानी समूह द्वारा ओपन किए गए सेब के रेट

अदाणी ने बागवानों से किया धोखा: हरि चंद रोच
कोटगढ़ हॉर्टिकल्चर एंड एनवायरनमेंट सोसायटी के अध्यक्ष एवं हिमाचल में बागवानी का स्तंभ कहे जाने वाले बागवान हरि चंद रोच ने बताया कि अदाणी ने इस बार बागवानों को ठगने का काम किया है। बीते साल तक वह अपना अधिकांश सेब अदाणी समूह को देते आए हैं।

मगर, इस बार अदानी को बिल्कुल भी सेब नहीं देगे। उन्होंने कहा कि अच्छा सेब रिलायंस भी 105 से 130 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीद रहा है। ऐसे में अदाणी ने रेट कम खोलकर बागवानों से धोखा किया है।

मार्केट-रेट गिराने की साजिश: सोहन
सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने इसे मार्केट रेट गिराने की साजिश बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी से सेब के रेट रिव्यू करने की मांग की। उन्होंने प्रदेश के बागवानों से भी अपील की कि बागवानों को इस तरह लूटने का काम करने वाले औद्योगिक घरानों को आइना दिखाना जरूरी है। इसलिए इन्हें सेब न दें।

अदानी समूह पर शिकंजा कसे सरकार: चौहान
संयुक्त किसान मंच के सह-संयोजक संजय चौहान ने प्रदेश सरकार से दखल देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि पिछले साल सरकार ने निजी घरानों की मनमानी पर शिकंजा कसने को हाई पावर कमेटी भी गठित की थी। मगर, इस कमेटी की रिपोर्ट का बागवानों को कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने सरकार से अदाणी पर शिकंजा कसने और दोबारा से सेब के रेट तय करने की मांग की।

पिछले साल भी अदाणी के खिलाफ लड़ाई लड़ चुके बागवान
हिमाचल के सेब बागवानों ने पिछले साल भी अदानी द्वारा कम रेट ओपन करने पर लंबी लड़ाई है। यहां तक की अदानी के तीनों कोल्ड स्टोर के बाहर भी बागवानों ने धरने दिए थे। इस बार भी बागवान अदाणी द्वारा ओपन रेट से खुश नहीं है।

हिमाचल में अदानी के तीन स्टोर
हिमाचल प्रदेश में अदाणी समूह पिछले 14-15 साल से सेब की खरीद कर रहा है। अदाणी के ठियोग के सैंज, रामपुर के बिथल और रोहड़ू में तीन जगह CA स्टोर है। सीजन के दौरान बागवानों से सेब खरीदकर इनमें स्टोर किए जाते है और यही सेब अदाणी समूह ऑफ सीजन यानी जनवरी से मई महीने तक देशभर के बाजारों में बेचता है।

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