शिमला2 घंटे पहले
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हिमाचल सरकार ने शुक्रवार को 143 सरकारी स्कूल डिनोटिफाई कर दिए है। इनमें 117 प्राइमरी और 26 मिडिल स्कूल है। इन स्कूलों में दो या इससे भी कम बच्चे पंजीकृत थे। इसे देखते हुए सरकार ने स्कूलों पर तालाबंदी की है।
डिनोटिफाई स्कूलों में तैनात स्टाफ को दूसरे स्कूलों में ट्रांसफर किया जाएगा। इससे पहले सरकार लगभग 402 स्कूलों को बंद कर चुकी है। कुल मिलाकर अब लगभग 545 स्कूल बंद किए जा चुके है।
इन्हें बंद करने से पहले सरकार ने मापदंड तय किए थे। इसके मुताबिक जिन प्राइमरी, मिडिल, हाई व सेकेंडरी स्कूलों क्रमश: 10,15, 20 व 25 बच्चों से कम संख्या थी, उन्हें बंद किया जाना था। मगर, अभी ज्यादातर स्कूल जीरो एनरोलमेंट या दो चार बच्चों वाले बंद किए गए है।
बिल्डिंग के इस्तेमाल को लेकर DC लेंगे फैसला
इन स्कूलों की बिल्डिंग के इस्तेमाल को लेकर संबंधित जिलों के DC निर्णय लेंगे। सरकार का तर्क है कि जीरो एनरोलमेंट या दो-चार बच्चों वाले स्कूल सरकार पर वित्तीय बोझ डाल रहे है।
कांग्रेस विधायक दल की पहली मीटिंग में लिया था निर्णय
प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद कांग्रेस विधायक दल की पहली ही मीटिंग में अप्रैल 2022 के बाद खोले गए या अपग्रेड किए गए सभी शिक्षण संस्थानों को डिनोटिफाई करने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद सरकार ने तीन बार अलग अलग नोटिफिकेशन जारी कर कम बच्चों वाले स्कूलों पर तालाबंदी की है।
जिलावार इतने स्कूल किए बंद
प्राइमरी स्कूल बिलासपुर जिले में 6, चंबा में 8, हमीरपुर में 4, कांगड़ा में 16, किन्नौर में 5, कुल्लू में 4, लाहौल स्पीति में 19, मंडी में 18, शिमला में 24, सिरमौर में 3 और सोलन में 8 प्राइमरी स्कूलों पर ताला जड़ा गया है।
इसी तरह मिडल स्कूल चंबा में 2,कांगड़ा में 3, किन्नौर में 2, लाहौल स्पीति में 7, मंडी में 5, शिमला में 6 और सिरमौर जिले में 1 मिडल स्कूल डिनोटिफाई किया है।
यहां देखे जिलावार कहां-कहां कितने स्कूल बंद किए….



