शिमला8 घंटे पहले
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हिमाचल के पूर्व CM व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मंत्री कह रहे हैं कि चंद्रताल में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए सेना ने हाथ खड़े कर दिए थे। उन्होंने कहा कि सेना के जवानों ने प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे में सेना पर इस तरह की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों को तुरंत मदद नहीं मिल पाई। सुक्खू सरकार के कैबिनेट मंत्री हेलिकॉप्टर के साथ सेल्फी खींचने में व्यस्त रहे और ऐसे श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं मानो मंत्री और CPS फंसे हुए लोगों को कंधे पर उठाकर लाए हों। उन्होंने कहा कि जो हेलिकॉप्टर सेना ने दिए थे, वह लोगों को रेस्क्यू करने के लिए दिए थे। मंत्रियों के घूमने के लिए नहीं। मंत्रियों का यह रवैया गैर जिम्मेदार है।
उन्होंने प्रभावित परिवारों को फोरी राहत देने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और विधायक के परिवार फोरी राहत के पैसे को बांट रहे हैं। राहत राशि बांटने भी भेदभाव हो रहा है।
फैसले से पलट जाते हैं मंत्री विक्रमादित्य: जयराम
जयराम ठाकुर ने PWD मंत्री को पलटूराम बताया। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह आज कुछ बोलते फिर पलट जाते हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का पहले समर्थन किया। फिर पलट गए। इसी तरह कई फैसले पर वह बयान पटल देते है।
आपदा से निपटने को पहले मीटिंग नहीं की
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में हर साल बरसात से पहले मीटिंग करके इससे निपटने की तैयारी की जाती थी। मगर, इस साल कांग्रेस सरकार ने अब तक मीटिंग नहीं की। उन्होंने कहा कि पहले तैयारियां नहीं करने की वजह से आज प्रभावित परिवारों को देने के लिए सरकार के पास टेंट तक नहीं है, क्योंकि इनकी पहले खरीद-फरोख्त नहीं की गई।
जयराम ठाकुर ने आपदा के वक्त केंद्र पर दोषारोपण को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आपदा में राज्य की हर संभव मदद कर रही है। केंद्र से मदद की शुरुआत हो गई है। आमतौर पर बरसात के बाद जो मदद मिलती थी, वो अभी से मिलनी शुरू हो गई है।
कौल सिंह की मनोस्थिति ठीक नहीं
नेता प्रतिपक्ष ने कौल सिंह के थुनाग में अवैध लकड़ियों के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि वह उनकी मनोस्थिति समझते हैं, क्योंकि दो बार वह अपने चेलों से चुनाव हारे हैं। उन्होंने कहा कि थुनाग में जो लकड़ियां आई हैं, वो गिरे हुए पेड़ की थी।