शिमला17 मिनट पहले
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हिमाचल के करिश्माई नेता रहे वीरभद्र सिंह की रिज पर प्रतिमा लगाने को सुक्खू सरकार ने NOC नहीं दी। वीरभद्र समर्थकों को इसका मलाल है। इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस संगठन और सरकार में तालमेल की कलई खोली है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की ओर से ऐलान हुआ था रिज पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाई जाएगी। नगर निगम (MC) शिमला की मासिक बैठक में इसे लेकर बाकायदा प्रस्ताव पारित किया गया। अब कांग्रेस सरकार द्वारा इसके लिए अनुमति नहीं दी।
BJP ने प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव किया था स्वीकार
जयराम ने कहा कि कांग्रेस का मुख्यमंत्री होने के बावजूद इस प्रकार की राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व BJP सरकार में भी रिज पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित करने का आग्रह आया था। तब उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया था। फिर राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया। अब कांग्रेस सरकार ही वीरभद्र की प्रतिमा नहीं लगाना चाहती।

जगजाहिर रहे वीरभद्र-सुक्खू के रिश्ते
वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू के आपसी रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे। दोनों नेता एक ही पार्टी से होने के बावजूद एक-दूसरे पर तीखे कटाक्ष करते रहे हैं। मगर, वीरभद्र के देहांत के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही सुखविंदर सिंह सुक्खू के हॉलीलाज के प्रति बोल बदल गए।
मगर, अब वीरभद्र सिंह की प्रतिमा को NOC नहीं मिलने के बाद हॉलीलॉज से तल्खी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की दुखती नब्ज को टटोल कर सियासी चर्चा को जन्म दिया है।
प्रतिमा पर विवाद करना गलत : अग्निहोत्री
कांग्रेस ने बीते कल 23 जून को वीरभद्र सिंह के जन्मदिन पर रिज पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने का दावा किया था, लेकिन रिज पर तो उनकी प्रतिमा नहीं लगाई गई। ठियोग विधानसभा क्षेत्र के सैंज में जरूर स्थापित की गई है। इस पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह की पहली प्रतिमा लग गई है। आने वाले दिनों में इसके बारे में फैसले होंगे। इस पर राजनीति करना सही नहीं है।

हिमाचल निर्माता कहे जाते हैं वीरभद्र सिंह
डॉ. यशवंत सिंह परमार को हिमाचल निर्माता कहा जाता है और वीरभद्र सिंह को आधुनिक हिमाचल का निर्माता कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने प्रदेश का छह बार बतौर मुख्यमंत्री प्रतिनिधित्व किया है। वीरभद्र सिंह के नाम पर ही कांग्रेस ने 2021 में चार उप चुनाव जीते। बीते साल विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने वीरभद्र के नाम को खूब भुनाने का प्रयास किया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम से भी नदारद रहे नेता
कांग्रेस ऑफिस में रखे गए श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री सुक्खू, कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह समेत कई मंत्री भी नदारद रहे।