फाजिल्का में बांध बना पाक से आने वाला पानी रोका, हिमाचल में आज फिर बारिश का अलर्ट
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फाजिल्का में बांध बना पाक से आने वाला पानी रोका, हिमाचल में आज फिर बारिश का अलर्ट


चंडीगढ़2 घंटे पहले

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फाजिल्का में पानी से डूबी फेंसिंग।

पंजाब के डैमों से छोड़ा गया पानी​ सरहदी जिलों फाजिल्का, फिरोजपुर और तरनतारन में तबाही मचा रहा है। रविवार को भी भाखड़ा और पौंग डैम से पानी छोड़ा गया। फाजिल्का सेक्टर में भारत-पाक सीमा पर पांच फुट तक बाढ़ का पानी जमा होने से बीएसएफ की चौकियां और फेंसिंग डूब गई हैं। गांव कावांवाली में सतलुज दरिया पर बने पुल के जलमग्न होने से भारत-पाक सीमा के समीप बसे 14 गांवों की कनेक्टिविटी खत्म हो गई है। पाक से ओवरफ्लो होकर आ रहे पानी को रोकने के लिए बीएसएफ जवानों और ग्रामीणों ने फेंसिंग के समीप 2200 मीटर लंबा बांध बना 3000 एकड़ से ज्यादा फसल बचाई है।

463 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। कपूरथला में बाढ़ के पानी में डूबने से एक और युवक की मौत हो गई है। पठानकोट, गुरदासपुर में बाढ़ में फंसे 100 के करीब जंगली जीवों को वाइल्ड लाइफ विभाग ने रेस्क्यू कर कथलौर वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी या जंगलों में छोड़ा है। वहीं, फिरोजपुर में 25 टीमों ने 2500 से‎ ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है। सूबे में 4° फिर पारा चढ़ गया है। वहीं हिमाचल में सोमवार से मानसून एक बार फिर एक्टिव हो रहा है। मौसम विभाग ने 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

एमपी लैड का पैंसा रिलीफ फंड में देंगे हिमाचल के सांसद … हिमाचल दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एसडीआरएफ के तहत जारी 200 करोड़ रुपए जारी किए हैं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा, सभी सांसद अपने एमपी लैड फंड का बचा हुआ पैसा रिलीफ फंड में देंगे।

पंजाब में डैमों की स्थिति

1. भाखड़ा डैम का जलस्तर खतरे के निशान 1680 से 1673.62 फीट दर्ज किया गया है। यहां से 57205 क्यूसिक पानी छोड़ा गया।

2. पौंग डैम का जलस्तर खतरे के निशान 1390 से 1 फीट ज्यादा है। यहां से 68423 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।

मानसूनी इतिहास में सबसे कम बारिश का महीना हो सकता है अगस्त

मौसम विभाग के मॉडल बता रहे हैं कि मानसूनी बादल फिर उत्तर की दिशा में बढ़ रहे हैं और अगले एक हफ्ते तक हिमालय की तलहटी में ही जमे रहेंगे। इससे तीन दिन पहाड़ी राज्य व उसके नजदीकी तलहटी वाले इलाकों में तो सामान्य से ज्यादा बारिश होगी, लेकिन इसके बाद बाकी देश में बारिश की ऐतिहासिक कमी की आशंका है। पृथ्वी विज्ञान विभाग के पूर्व सचिव माधवन राजीवन नैयर का अनुमान है कि अगस्त में सामान्य से 40% तक बारिश की कमी रह सकती है, जो इतिहास में सबसे बड़ी कमी होगी। इससे पहले 2005 के अगस्त में 25% बारिश की कमी रही थी।



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