कुल्लू की लगवैली में बादल फटा, 2 मकान बहे: चंडीगढ़-मनाली NH सात दिन बाद बहाल; अब येलो नहीं ऑरेंज अलर्ट, खतरा बढ़ा
Uncategorized

कुल्लू की लगवैली में बादल फटा, 2 मकान बहे: चंडीगढ़-मनाली NH सात दिन बाद बहाल; अब येलो नहीं ऑरेंज अलर्ट, खतरा बढ़ा


  • Hindi News
  • Local
  • Himachal
  • Shimla
  • Himachal Pradesh Rain LIVE Video; Shimla Mandi Kullu Manali Flood Situation | Advisory | River Water Level IMD Unexpected Rain Himachal Shimla Manali News

शिमला17 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

सरवरी नदी का बढ़ा जल स्तर, दहशत में आए लोग

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के बीच कुल्लू की लगवैली में आज सुबह के वक्त बादल फटा। इससे दो मकान और पांच गौशालाएं बह गई। गनीमत यह रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।

भारी बारिश के बाद समालंग गांव के ग्रामीणों के सेब के बगीचे और जमीन भी बाढ़ में बह गई। इसके बाद सरवरी नदी का अचानक जल स्तर बढ़ गया। इससे गांव के लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

कुल्लू की लगवैली में बादल फटने के बाद सरवरी नदी में बढ़ गया जल स्तर

कुल्लू की लगवैली में बादल फटने के बाद सरवरी नदी में बढ़ गया जल स्तर

वहीं चंडीगढ़-मनाली NH दोपहर एक बजे के वक्त सात दिन बाद यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। अभी इसे वन-वे किया गया है। इसके बाद मंडी में कई दिनों से फंसे हुए 200 से अधिक ट्रकों को निकाला जा रहा है। NH बंद होने से यहां नौ-10 जुलाई से ही लदे हुए ट्रक फंस गए थे। किसी को कुल्लू, मनाली लद्दाख, लाहौल इत्यादि क्षेत्रों में जाना है।

अर्की में चट्टान गिरने से मकान को नुकसान

सोलन जिले में अर्की-भराड़ीघाट मार्ग पर बखालग के समीप विशालकाय चट्टान गिरने से एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। चट्टान इतनी बड़ी थी कि कि मुख्य मार्ग पर आकर रुक गई अन्यथा सड़क के दूसरी ओर बने बाकी मकान भी में जद में आ जाते और बड़ा हादसा हो सकता था।

सोलन के अर्की में मकान पर गिरी विशालकाय चट्‌टान

सोलन के अर्की में मकान पर गिरी विशालकाय चट्‌टान

आज-कल व परसो ऑरेंज अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज से अगले पांच दिन के लिए बारिश का यलो अलर्ट दे रखा था, लेकिन ताजा बुलेटिन में अब कुछेक स्थानों पर ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी दी गई है। ऑरेंज अलर्ट आज, कल व परसो के लिए दिया गया है, जबकि 18 जुलाई के लिए अब येलो अलर्ट दिया गया।

गौर रहे कि येलो अलर्ट में 64.5 MM से 115.5 MM और ऑरेंज अलर्ट में 115.6 MM से 204.4 MM बारिश होने के अनुमान पर दिया जाता है। यानी ऑरेंज अलर्ट ज्यादा खतरनाक स्थिति में दिया जाता है।

इसे देखते हुए सरकार ने प्रदेशवासियों और सैलानियों से सावधानी बरतने की अपील की है। लोगों को उफनते हुए नदी-नालों, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों, जलभराव वाले स्थानों पर नहीं जाने और गैर जरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है। प्रदेश में 20 जुलाई तक मौसम साफ होने के आसार नहीं है।

37 की मौत, 16 लापता
प्रदेश में भारी बारिश के कारण 868 सड़कें पांच दिन से बंद पड़ी है। भारी बारिश ने 4000 करोड़ रुपए से ज्यादा की निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। इसी तरह फ्लैश फ्लड व बाढ़ से 37 लोगों की मौत और 16 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

बिजली, पानी व सड़क बहाली में हो सकती है बाधा
प्रदेश में 2200 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफार्मर बंद होने से दर्जनों गांव में छह दिन बाद भी बिजली बहाल नहीं हो पाई। ऐसे में मानसून दोबारा एक्टिव होने से सड़क, बिजली व पानी की बहाली में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

पिछले 72 घंटे में कम बरसे मेघ
प्रदेश में पिछले 72 घंटों के दौरान बहुत कम बारिश हुई है। इससे जगह-जगह फंसे हुए 65 हजार से ज्यादा लोग रेस्क्यू हो पाए हैं। राज्य सरकार लगभग 450 सड़कें, 2200 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफार्मर और 450 से अधिक पेयजल योजनाएं बहाल करने में सफल रही है।

सलूणी में सबसे ज्यादा 12MM बारिश
प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान यलो अलर्ट की चेतावनी के बावजूद कम बारिश रिकॉर्ड की गई। चंबा के सलूणी में 12MM, कांगड़ा में 6MM, बरठी में 6MM, सोलन के अर्की में 5MM, पालमपुर में 3MM, मंडी के जोगेंद्रनगर में 2MM, सुजानपुर टिहरा में 2MM, बिलासपुर में 2MM और शिमला में 1MM बारिश हुई।

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Comment